संत ही समाज के सच्चे मार्गदर्शक होते है – नजीब जंग

दिल्ली के उपराज्यपाल द्वारा उच्च शिक्षा प्राप्त दीक्षार्थी भाई बहिनों का बहुमान

संत ही समाज के सच्चे मार्गदर्शक होते है – नजीब जंग

स्वस्थ समाज की संरचना के लिए भौतिकता और अध्यात्म के बीच संतुलन जरूरी – आचार्य लोकेश

 

नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के राजभवन में आचार्य डा. लोकेश मुनि के सान्निध्य में अहिंसा विश्व भारती द्वारा उच्च शिक्षा प्राप्त दीक्षार्थी भाई बहनों के अभिनन्दन समारोह को संबोधित करते हुए  उपराज्यपाल श्री नजीब जंग ने  कहा कि संत ही समाज के सच्चे मार्गदर्शक होते है| उन्होंने कहा कि भगवान महावीर के बताये हुए मार्ग पर चलकर ही समाज में अहिंसा, शांति, सद्भावना और भाईचारे की स्थापना हो सकती है| भगवान महावीर, भगवान बुद्ध, संत रहीम, संत कबीर और अनेक भारतीय सूफी संतो ने समाज को सही रास्ता दिखा कर मानवता के मूल्यों की स्थापना की है| उन्होंने कहा सभी धर्म विशेषताओं से भरे है वो हमें समाज और राष्ट्र की भलाई की एक ही मंजिल की ओर ले जाते है|

दीक्षार्थी श्री मितुल भाई जो (आई.टी. इंजीनियर), दीक्षार्थी श्री अखिल भाई (एच .एस सी.), दीक्षार्थी डा. पूजा बेन (एम.बी.बी.एस.) दीक्षार्थी तनवी (सी.ए.) का उपराज्यपाल ने शाल ओढाकर सम्मान किया| उल्लेखनीय है कि 7 दीक्षार्थी भाई बहिन प.पू. राष्ट्रसंत गुरूदेव नम्रमुनिजी महाराज से दिनांक 14 फ़रवरी 2016 को मुम्बई शहर में जैन भागवती दीक्षा ग्रहण करेंगे।

अहिंसा विश्व भारती के संस्थापक  आचार्य डा. लोकेश मुनि ने कहा कि भौतिकतावादी एवं उपभोक्तावादी संस्कृति के बीच उच्च शिक्षा प्राप्त सात युवक युवतियां त्याग, तपस्या, संयम का मार्ग अपनाकर युवा पीढ़ी को नई प्रेरणा देंगे| स्वस्थ समाज की संरचना के लिए भौतिकता और अध्यात्म के बीच संतुलन जरूरी है| धर्म को भुलाकर अर्थ और काम के पीछे अंधी दौड़ से सामाजिक समस्याए बढ़ी है| भगवान महावीर की शिक्षायें मौजूदा समय में अधिक प्रासंगिक है| उनके अहिंसा और शांति के दर्शन से ही विश्व कल्याण संभव है| आचार्य लोकेश ने कहा कि धर्म को समाज सेवा से जोड़कर सामाजिक बुराइयों के निवारण का माध्यम बनाया जा सकता है|

दीक्षार्थी श्री मितुल भाई जो (आई.टी. इंजीनियर), दीक्षार्थी श्री अखिल भाई (एच .एस सी.), दीक्षार्थी डा. पूजा बेन (एम.बी.बी.एस.) दीक्षार्थी तनवी (सी.ए.) ने समारोह को संबोधित किया| इस अवसर पर श्री विवेक मुनि जी, अखिल भारतीय जैन कोंफ्रेंस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री सुभाष ओसवाल, जैन समाज के वरिष्ठ नेता श्री राजकुमार जैन, श्री दिल्ली गुजराती स्थानकवासी जैन संघ के श्री वसंत भाई घाला,  समारोह के स्वागताध्यक्ष श्री कमल जैन आदि जैन समाज के वरिष्ठ समाज सेवियों ने अपने विचार व्यक्त किये|  श्री रमेश जैन ने अपनी पुस्तक ‘महापुरूषों के प्रेरक प्रसंग’ भेंट की|