विश्व युवक केन्द्र तथा आचार्य कृपलानी मेमोरियल ट्रस्ट द्वारा राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन

विश्व युवक केन्द्र तथा आचार्य कृपलानी मेमोरियल ट्रस्ट द्वारा राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन

नई दिल्ली, 31 अगस्त। मशहूर गांधीवादी, समाजवादी, पर्यावरणवादी, जमीन से जुड़े स्वतंत्रता सेनानी, एवं महात्मा गांधी के अनन्य सहयोगी आचार्य जे.बी. कृपलानी के विचारों को जन-जन तक पहुँचाने के लिए ‘आचार्य जे. बी. कृपलानी : एक राष्ट्र निर्माता’ विषयक राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन विश्व युवक केंद्र तथा आचार्य कृपलानी मेमोरियल ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में किया गया।

कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि संविधानविद एवं लोकसभा के पूर्व महासचिव सुभाष कश्यप ने दीप प्रज्ज्वलित करके किया। मुख्य अतिथि सुभाषचन्द्र कश्यप ने अपने उद्बोधन में 1920 के असहयोग आंदोलन से लेकर 1975 के आपातकाल के विरोध तक आचार्य कृपलानी की समर्पित राष्ट्र सेवा का बेहद प्रभावशाली तरीके से वर्णन किया। एक समृद्ध भारत के स्वप्नद्रष्टा के रूप में आचार्य कृपलानी को याद करते हुए उन्होंने कहा कि युवक ही देश के भविष्य निर्माता और देश के भविष्य के रक्षक हैं इसीलिए विश्व युवक केंद्र तथा आचार्य कृपलानी ट्रस्ट से आशा है कि वो इसी प्रकार से कार्यक्रमों का आयोजन करते हुए आचार्य श्री के जीवन-परिचय को ज्यादा से ज्यादा युवाओं के मध्य पहुँचाते रहेंगे जिससे उनकी विचारधारा समाज के नवनिर्माण का आधार बन सकेगी।

संगोष्ठी के दौरान आचार्य कृपलानी और चंपारण आंदोलन, आचार्य कृपलानी और शिक्षा क्षेत्र में उनका योगदान, आचार्य कृपलानी का एक राष्ट्र निर्माणकर्ता के रूप में योगदान, सामाजिक सद्भावना के क्षेत्र में आचार्य कृपलानी की भूमिका इत्यादि विषयों पर वरिष्ठ विचारकों द्वारा विस्तृत चर्चा की गई। चर्चा करने वालों में प्रो. आनंद कुमार, वरिष्ठ पत्रकार अरविंद मोहन, लंगट सिंह कॉलेज (मुजफ्फरपुर) के राजनीति शास्त्र विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. मंजरी वर्मा, दिल्ली विश्वविद्यालय स्थित गाँधी भवन के निदेशक डॉ. रमेश भारद्वाज तथा सुरेन्द्र कुमार इत्यादि ने अपने-अपने विचार रखे जबकि पत्रकारिता विश्वविद्यालय (भोपाल) के पूर्व कुलपति अच्युतानंद मिश्र तथा आचार्य कृपलानी मेमोरियल ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी अभय प्रताप ने विषयगत चर्चाओं की अध्यक्षता की।

वरिष्ठ पत्रकार एवं इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र के अध्यक्ष रामबहादुर राय ने समापन सत्र के मुख्य अतिथि के रूप में कई सारे संस्मरणों के माध्यम से आचार्य कृपलानी के जीवन से जुड़े तमाम अनछुए पहलुओं को उजागर किया। आज के समय में आचार्य कृपलानी को याद करने की जरूरत पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि कुछ बरसों पहले तक हमारे बीच आचार्य कृपलानी एक ऐसे राजनेता के रूप में मौजूद थे जो हमें याद दिलाते थे कि समाज और देश की राजनीति कैसी होनी चाहिए। ऐसे कार्यक्रमों के माध्यम से अगर आज हम उनके विचारों को याद करें और उसके अनुरूप कार्य करें तो वर्तमान समय की कई सारी सामाजिक और राजनैतिक समस्याओं का समाधान बड़ी आसानी से मिल जाएगा।

प्रश्नोत्तर सत्र के जरिये प्रतिभागियों से आचार्य कृपलानी के जीवन से जुड़े सवाल भी पूछे गए जिनका सही उत्तर देने वाले युवा प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया। स्टूडियो कबीर की ओर से अनुश्री मिश्रा ने सुंदर भजन प्रस्तुत कर सभी को सूफियाना रंग में सराबोर कर दिया।

विश्व युवक केंद्र परिसर के रामकृष्ण बजाज सभागार में आयोजित इस राष्ट्रीय संगोष्ठी का मुख्य उद्देश्य आचार्य कृपलानी के जीवन दर्शन को युवाओं के व्यवहार में आत्मसात कराना तथा उनके सपनों के भारत के निर्माण में युवाओं की सहभागिता सुनिश्चित कराना था। संगोष्ठी में देश भर से आए 200 से अधिक विचारकों, शिक्षाविदों, समाजसेवियों, युवा छात्रों एवं स्वयंसेवकों ने अपनी सक्रिय प्रतिभागिता दर्ज कराई। आरंभ में अतिथियों का स्वागत विश्व युवक केंद्र के मुख्य नियंत्रक उदय शंकर सिंह ने किया जबकि एवार्ड के महासचिव सुरेन्द्र कुमार ने आचार्य कृपलानी के विचारों की प्रासंगिकता और राष्ट्रनिर्माण में उनके योगदान से सभी को परिचित कराया। विश्व युवक केंद्र के कार्यक्रम अधिकारी अजित कुमार राय ने सभी सम्मानित अतिथियों, समाजसेवियों, शिक्षाविदों, प्रबुद्धजनों, मीडियाकर्मियों, पत्रकार बंधुओं तथा युवा छात्रों को गरिमामयी उपस्थिति हेतु धन्यवाद ज्ञापित करते हुए राष्ट्रगान के साथ संगोष्ठी का समापन कराया।